#फुर्सत

तुम्हारे कंपकंपाते होंठ,मेरे गर्म चाय की प्याली
जीवन के पन्नों को कुछ यूं टटोल रही जिसे कलम लिख नही पा रहे!#मेरे ख्यालों के उबाल

Hindi Shayri by AKANKSHA SRIVASTAVA : 111543502

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