मेरे देश को आज फिरसे आज़ाद कर दु
जातिवाद के जहरको घुट-घुट के पी लू
पूरी दुनिया समा जाए,,,,
सरहदे इतनी चौड़ी कर दु
फिर हिमालयकी चौटी से ये एलान कर दु
कि,,,,ये वतन ........................
एक क्या, सो-सो जनम भी तेरे नाम कर लू
मेरे देश को आज फिरसे आज़ाद कर दु ....। -- Nag

Hindi Shayri by D.r. Chaudhary : 111541771

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