सुनकर आवाज़ इक सुकू तो छाया होगा
नादान मोहब्ब्त का़ खुमा तो छाया होगा
न्याय कुदरत का कोई तो करिश्मा होगा
दौलतो से बो सूकून कभी न पाया होगा
न धूप में प्रेम सी छाव को कही पाया होगा

- RJ krish

Hindi Blog by Rj Krishna : 111540792

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