उसके चेहरे का नकाब हटा कर देखना था,
वो बेवफा है, मगर मुझे दिल लगा कर देखना था..
मेरे अपने ही इतने दगाबाज निकले ज़माने में,
मुझे गैरों को भी थोड़ा आजमाकर देखना था...

Hindi Shayri by suraj sharma : 111540318

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