हर रंग फीका पड़ जाता है
जब प्यार का रंग चढ़ता है
सच्चे प्यार का असर
धीरे-धीरे बढ़ता है
डॉ. कविता त्यागी

Hindi Shayri by Dr kavita Tyagi : 111539413
Dr kavita Tyagi 4 years ago

मेरे हृदय तल की गहराइयों से बहुत बहुत धन्यवाद दीदी ! आपको भी सपरिवार कृष्ण जन्माष्टमी की हार्दिक शुभकामनाएँ बहुत अच्छा लग रहा है आपका स्नेह पाकर

Dr kavita Tyagi 4 years ago

धन्यवाद राम जी

Pranava Bharti 4 years ago

प्रेम बिना जीवन सदा रहे ढोल की पोल,अंतर्मन हो स्वच्छ तो जीवन है अनमोल। आपको भी सपरिवार इस पावन पर्व की अशेष स्नेहपूर्ण हार्दिक शुभकामनाएं

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