में अा गया हूं भगवान बता इंतजाम क्या क्या है
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सभी का खून शामिल है यहां की मिट्टी में
किसी के बाप का हिंदुस्तान थोड़ी है
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जनाजे पे मेरे लिख देना यारो
मुहब्बत करने वाला जा रहा है .....
ये तो बस कुछ पंक्तियां है राहत जी की पर वो जब भी बोलते पूरी महफ़िल को इतना मशरूफ कर देते अपनी शेर और श्यायरियो में......क्या ख़ूब लिखता था ....अपने दिल के जज़्बात को अल्फाजो में बयां करने का का इतना खूबसूरत अंदाज जितनी तारीफ़ करे कम है इस सितारे की .....
राहत साहब आप के जैसे कवि का जाना सच में एक कोहिनूर को खोने जैसा है ईश्वर आपकी आत्मा को शांति दे 🙏🙏