कभी तू आँखों की कशिश कभी तू मन
का राज है

तू ही तू इस दिल के अन्दर तू ही इस
दिल का साज है

कभी तू है लहराती पवन कभी तू
खुशनुमा याद है

तुझसे ही है जन्नत मेरी तू ही तो मेरा
आगाज़ है,
ओर तु ही मेरा अंजाम है।,,@🌹❤   

Hindi Shayri by Abbas khan : 111538176

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