रात की गहराई में
आंखों के सागर में
पलकों की चिलमन के नीचे
सुकुन-ए-अहसास वहां पलता है
जो हमसे ये कहता है
ख़्वाब देखा करो
ये जीने के लिए ज़रूरी है
उसको पाने की तम्मन्ना रखो
जिसके बिना ज़िन्दगी अधूरी है

- अनिता पाठक

Hindi Good Morning by अनुभूति अनिता पाठक : 111535973

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