ये दिल बड़ी मुश्किल से संभला है !
जिंदगी ने बड़े मुकाम से थामा है।।
पाया है जिंदगी से उनसे जादा इस दिल ने खोया है!
लेकिन फिर भी उम्मीद से ये दिल जिया है।।
जिंदगी का मतबल ही यही है! कुछ खोकर पाना है, कुछ पाकर खोना है।।
हमें तो हर हाल में "स्वयमभु" बनकर दिल से जीना है।।
अश्विन राठौड
"स्वयमभु"