मुझे याद है हर ख़्वाब जो सच हो गया,
मेरी जिंदगी में कोई फिर समिल हो गया।
बड़ी मुद्दत लगी है उसे मुझतक पहुंचने में
आज मेरे ही आसमा का सितार बन गया।

Hindi Shayri by VANDANA VANI SINGH : 111534162

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