थकी हारी भागी भागी सारी सारी रात जागी
बेचैनियों से रुकती यह वादियां सारी
बेखबर बेपरवाह लगे उसने सारी मासूमियत
लगे प्यारी नन्हे नन्हे कदमों की आहट
सुनने को बेकरार छोटी मोटी बातें सारी
कही सुनी यादें वह सारी Bindu🌺
बेवजह वह यादें आए बार-बार
न जाने क्यों लगे वह प्यारी प्यारी प्यारी
भागी भागी सारी सारी रात जागी
संभल जा जरा जिंदगी कुछ छूट रहा है पीछे
कुछ पाने की आस में कुछ खोने की चाह में
थकी हारी भागी भागी सारी रात जागी....
30/11/19