बेवफाई का नाम देके , तुम मुझे बदनाम कर गए !
ऐसी तो भला क्या नाराजगी जो अपनों से ही दूर कर गए ?
सारे जहां में एक मैं ही थी , जोह तुजसे वफ़ा कर गई !
तुझे भला क्या पता तेरी जोगन तेरे लिए क्या कर गई !
पता नहीं यह कैसा ज़माना आ गया है आज कल ?
माना था जिसे अपना वोही कम्बख्त बिच रास्ते में छोड़के चले गए !
तेरे तो खुन में ही बेवफाई छुपी हुई थी
फिर भी दुनिया की नज़रों में हमें बेवफा साबित करके चले गए !
अंजलि ✍️