बेहतर से बेहतर इंसान से गलती होती है, कोई भी इंसान १००% सही नहीं होता, हर किसी इंसान में कोई ना कोई कमी होती है।
लेकिन उसके बावजूद अपनी कमी को अवसर में बदले, अपने अंदर ओ बेहतर इंसान को बनाए रखे वेसे इशम के इंसान दुनिया में अपनी मौजूदगी का सिका गाढ़ते है।
अश्विन राठौड़
"स्वयमभु"