चाँद नगर में रहने वाले
तुम सूरज की तपिश को
भला क्या समझोगे
जिस पसीने की बूँद पर
तेरी इमारत खड़ी है
उस बूँद की कीमत,
भला तुम क्या समझोगे

- अनिता पाठक

Hindi Quotes by अनुभूति अनिता पाठक : 111531002

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