एक शम्मा अंधेरे में जलाए रखना,
सुबा होने को है मौहौल बनाए रखना,
कौन जाने वो किस गली से गुज़रे,
हर गली को फूलो से सजाए रखना!
इमरान अगरिया

Hindi Shayri by Imran Agriya : 111530849

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