एक शक्स बहूत परेशान रहता है
किसीसे भी मिलता है बहुत बेध्यान रहता है

एक परिंदेने वहा दम तोड़ा है
जहा चैन से आसमान रहता है

क्या कहा ? यहां दम गुटता है तेरा
तू तो कहता था कि
तुझमे हिंदुस्तान रहता है

आज़ाद करदो मुजे ऐसी आज़ादी से
जहा में गुम-फिर तो सकता हु,
पर बोलने पर लगाम रहता है

नही शिख पाता हूं नए तोर-तरीके रिस्तो के
में शहर में बस तो गया हूं
मगर मुजमे गाँव रहता है

Hindi Poem by Rajnesh Rathod : 111527818

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