माँ की याद मुझे इस तरह सता रही है के,
मुझे इस भीड से तत्काल दूर ले जा रही है।
जब भी मै खुद को खुश रखने की तैयारी में लग जाती हूँ,
मेरी मुस्कान भी तत्काल माँ का पता पुछती है।

#तत्काल

Hindi Shayri by Shraddha : 111526783

The best sellers write on Matrubharti, do you?

Start Writing Now