खफा हे वो यह कह के की हमें उनकी कद्र नहीं,
खफा हे वो यह कहके की हमे उनकी कद्र नहीं।
हम आज भी वहीं खडे हैं जहां वो छोड़ के गये
हम आज भी खडे हैं वहा......।
जा ए हवा बोल उस बेखबर को.....
जो तु छोड़ आया ..आज भी वो वहीं हैं।
कम समय हैं अब उसके पास....
मना ले उसे...।
कहीं ऐसा ना हो....जब होश आए तुम्हें
तो वो ना रहे..... जो कल तक सिर्फ तेरा था।
मना ले उसे ए हवा....
कही टूट ना जाए मेरे जाने के बाद ।
ध्रुपा पटेल