#कुत्तेkiदुम

मैंने सारी रात था सोना,
खयाल तेरा कुत्ते की दुम।

एक भी बार न पलक झपकती,
आँखे रोये, कुत्ते की दुम।

कैसे तेरा चुपके आना ?!
पायल मेरी, कुत्ते की दुम।

छत पर पूरी रात बैठे,
दिन निकलना, कुत्ते की दुम।

तेरी चौखट सज के आना,
नजरें तेरी; कुत्ते की दुम।

झट से दौड़ भाग जाना,
जग हसाई, कुत्ते की दुम।

नाजुक मेरी नेक तुझ को !
इरादे तेरे, कुत्ते की दुम।

तुझ को भूल जाना है,
और यादें तेरी; कुत्ते की दुम।

दर्द ना देना चाहत तेरी,
आदत तेरी, कुत्ते की दुम।

सर कहता बस और नहीं अब,
दिल रहता कुत्ते की दुम...

© लीना प्रतीश

Hindi Poem by Leena Pratish : 111526690

The best sellers write on Matrubharti, do you?

Start Writing Now