#thought #shayri #love #feelings #Mood #heart

आज "तन्हाई" लिपट के बोली "मुझसे"..
चल "एक" हो जाते है..
में तुझमे तू मुझमे "खो" जाते है..
"गहराइयाँ" है जो जख्मो के "समंदर" की,
आज "नाप" ले उसे या उसमे डूब जाते है..
मिलेगी कहीं "छांव" तो "जी" लेंगे...वरना
तपती "धुप" से उठी इन "परछाईयों" में ही छुप जाते है..
आज तन्हाई "लिपट" के "बोली" मुझसे..
चल एक "हो" जाते है..
कामिनी वर्मा

Hindi Quotes by Kaamini : 111522792

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