कोरोना का कहर है
जहां देखो वहां
मोत की लहर है
ठीक हो जाने की
बात कैसे करें
चुं की सबके दिलो
दिमाग में एक ही
खौफ है
जिंदगी जीने की अब कोई
चाह नहीं
जीने की कोई राह नहीं
सब राख ही राख है
गर यही सलिका
है जीने का तो
ऐसी बेसुरी जिंदगी
जी कर भी क्या करेंगे
ये मायुसी ये विवशता
का बोज कब तक ढोएंगे
ये जींदी लाश लिए
कब तक घूमेंगे ।
#ठीक -हो-जाओ