तेरी मद भरी आंखों ने,
छिन्न लिए है मेरे होश;

तेरी मिठी मिठी बातों ने,
कर दिया मुझे मदहोश;

देख ये कातिलाना अदाएं,
हो गया हुं में तो #बेहोश ;

अब तुं ही बता दिलबर मेरे,
इसमें मेरा क्या है दोष?

...✍️वि. मो. सोलंकी "विएम"

#बेहोश

Hindi Poem by વિનોદ. મો. સોલંકી .વ્યોમ. : 111516193

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