#मिट्टीकी
"मिट्टी की "सोंधी खुशबू,
तन, मन को तर कर जाती है ।
अपने देश की मिट्टी भी ,
चंदन सी बन जाती है ।
इसका तिलक लगा माथे पर,
कुछ शहीद हो जाते हैं ।
वीरों की गाथाओं में,
सदा अमर हो जाते हैं ।
आओ हम सब इस "मिट्टी की "
मिल कर जय जयकार करें ।
कर्ज कभी ना भूलें इसका,
दिल से हम गुणगान करें ।

Hindi Poem by Pawan Singh : 111510946

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