रिश्ते और मौसम दोनों एक जैसे होते हैं....
कभी हद से ज्यादा अच्छे तो...
कभी बर्दाश्त से बाहर...
फर्क बस इतना है मौसम जिस्म को ..
तकलीफ देते हैं और रिश्ता .....
रूह को..

Hindi Shayri by Rishi Chopda : 111506351

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