हाय!
दिल दे बैठी मैं उस दिलफरेब को,
जिसके सिर पहले से ही इल्ज़ाम था दिल तोड़ का।
पिया तो चले गए दूसरी गली, किसी और का दामन थामे।
बस! रह गई पी कि पीर, मेरे सिरहाने।।
भावनाओं के बाजार में जब मोल-भाव हुआ तो पता चला,
तू तो नुकसान कर बैठी पगली।
तू तो नुकसान कर बैठी पगली।।
#नुकसान