"हर रोज़ उठते लाखों सवाल
जैसे हों कोई आंधी-तूफान
कठघरे में नहीं खड़ा इन्सान
हर बार क्यु दें हर किसी को ज़वाब
आएगा वक़्त हमारा भी एक दिन
लेगा सबसे गिन गिन कर हिसाब"
--Apeksha Diyora

Hindi Quotes by Apeksha Diyora : 111504024

The best sellers write on Matrubharti, do you?

Start Writing Now