हर पल ख़्याल रखा था एकदूजे का
इससे हम बेख़याल तो नही है...

हम तो खामखाँ रो पड़े आपके जाने से,
पता है कि आप लापरवाह तो नही है...

- परमार रोहिणी " राही "

#लापरवाह

Hindi Shayri by Rohiniba Raahi : 111503119

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