हाल-ए-दिल कैसे युही बयाँ कर दे तुमसे,
हर दर्द आँखों मे जो छुपाए रखा है ...

कभी भी तुम्हारी तुलना औरो से नही की,
इतना तो प्यार का संतुलन बनाए रखा है...

- परमार रोहिणी " राही "

#संतुलन

Hindi Shayri by Rohiniba Raahi : 111499489

The best sellers write on Matrubharti, do you?

Start Writing Now