वज़ूद

क्या आप जानते हैं! ऐसी कोई स्त्री को
जो आपका जूठ पकड़ लेती हो
फिर भी अनजान सी रहती हो
क्या आप जानते हैं !ऐसी कोई स्त्री को
जो पहले से ही जवाब जानती हो
फिर भी आप से सवालात करती हो
क्या आप जानते हैं !ऐसी कोई स्त्री को
जो आपके खोखले दुलार को महसूस करती हो
फिर भी आप से प्यार करती हो

क्या आप जानते हैं !ऐसी कोई स्त्री को
जो आपकी गलतिया अपने आप से ही छिपाती हो
आपकी गलतियों पर नासमझी का पर्दा डाल देती हो

क्या आप जानते हैं ऐसी कोई स्त्री को
जो आपका इंतजार करती हो
आपको चाहती हो
बल्कि जानती ही हो की आपका वक्त उसका नही है

शायद आप ऐसी स्त्री को जानते ही होंगे।

पर,आप ऐसी स्त्री को नही जानते,
जिसके मन से आप उतर गऐ हो
फिर भी वह रिश्ता निभाती जाती हो

आप ऐसी स्त्री को नही जानते
जो खुद बिखरी हो ,पर फिर भी बंधी हो
आप ऐसी स्त्री को नही जानते
जो ख्वाहिशो को पानी की धारा में धो देती हो

क्या आप जानते हैं ऐसी कोई स्त्री को
जो खुद के लिए जीती हो
जिसका वक्त्त सिर्फ और सिर्फ उसका ही हो
जिसे किसी से सवालात न करने पड़े
जिसे किसी को जवाब न देने पड़े
जिसे अपना वज़ूद न ढूढ़ना पड़े

अल्पा जोषी...

Hindi Poem by Chirag Vora : 111499413

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