#नीली
बैठा था दीदार को तेरे..
नीले गगन की छांव में..
चली आँधिया प्यार की..
मेरे इस दिल के गांव में..
बहक गया में तो पूरा..
पहनी जो पायल तूने अपने पाँव में...
कामिनी वर्मा

Hindi Shayri by Kaamini : 111497675

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