हर घड़ी हर लम्हा हमने इंतजार किया
था आपका कुछ बेगानो की तरह
पर आज क़िस्मत का इरादा कुछ और ही है

आज आपने हमें रुकने को कहा
और अब हमारे वक्त के पास इतना वक्त कहा !?
Dip@li

Gujarati Shayri by ... Dip@li..., : 111496134

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