#ज़िंदा

दिल से जुड़े रिश्ते बनाता जाऊ ऐसा अंदाज ही सही ,
कहीं बातो बातो से फरेब ना कहलाऊं ये अंजाम ही सही।

कहीं सफ़र में धुंधला पन सा दिखाई दे ऐसा है सही,
जज्बातों में कहीं मन, चित, से गुमराह ना हो जाऊं वो ही सही।

अदा करते करते जख्म खुद को जिंदा बचाता जाऊ ये ही सही,
ये जिंदगी की नियति के दौर को आजमाया जाए तो वो ही सही।

DEAR ZINDAGI 🙏

Hindi Shayri by Dear Zindagi : 111495993

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