**गजल **
# काफिया .अन् **
# रदीफ .तो होता **
मोहब्बत का एहसास कभी कराया तो होता ।
दिखावा ही सही भरम बनाया तो होता ।।
सदाओं की भटकन फितरत तुम्हारी ।
गर दिल पर नहीं काबू बताया तो होता ।।
जमाने के कहने से मोहब्बत नहीं होती ।
चरागे इश्क दिल में जलाया तो होता ।।
कहते हो ओरों से रिश्ता हमारा ।
कभी आकर हमें भी जताया तो होता ।।