★ लज्जा ★
आज कल वेब सीरीज का बहोत बोलबाला है। उसके टॉपिक भी बढ़िया रहेते है। सीरीज में काम करने वाले व्यक्ति भी बढ़िया प्रस्तुति करते है। उसकी जो स्टोरी होती है वो भी दमदार होती है और वास्तविकता से बहोत ही नजदीक होती है। लेकिन क्या इतनी दमदार सीरीज हम अपने छोटे बड़े पूरे परिवार के साथ बैठकर देख सकते है ? कहां जाता है कि लोको को वास्तविक जीवन पता होना चाहिए। तो क्या ये जो भी इतनी बढ़िया कथा लिखते है…इतने अच्छे डायलॉग लिखते है…इतना अच्छा रोल करते है…इतना अच्छा शूटिंग करते है….वो सब अपने भाई…बहन… मां बाप…बेटा…बेटी… अपने बुज़ुर्ग के साथ बैठकर देख सकते है ? हा, वो ये कहकर छुट जाते है कि ये तो हमारा पेशा है नहीं तो हम कमाएंगे कैसे !! लेकिन सीरीज में जो गंदी गाली देना…जो सिन हम अपनो के साथ बैठकर देखने में भी शर्म आती है ऐसी वास्तविकता का ज्ञान बाटना कब से जरूरी हो गया ? जो जरूरी नहीं ऐसी चीज दिखाकर क्या साबित करना है ? क्यू सेंसर बोर्ड को कुछ ना कुछ काटना पड़ता है ??? और वेब सीरीज में ऐसी कोई रोकतोक नहीं है इसका मतलब ये है कि वो कुछ देश दुनिया के नागरिक को कुछ भी दिखा दे ?? क्या सीरीज बनाने वाले के खुद के संस्कार और दिल कैसे मानता है एसी वास्तविकता दिखाने में!!! क्या जो ऐसा सबकुछ नहीं दिखाते उसका घर नहीं चलता है??? ये जो बात है वो कहेने सुनने से बंध नहीं होती लेकिन जो भी लोग सीरीज बनाते है उसकी खुद की सोच पर निर्भर रहेता है। अपने देश में अच्छी चीजे पेश करके भी देश की एक सेवा ही हो जाती है मगर इसके लिए जिम्मेदारी खुद को लेनी चाहिए। हम किसी पर आरोप नहीं लगाते है सिर्फ हमारे विचार पेश किया है। 🙏