तेज बारिश में कभी सर्द हवाओं में रहा
एक तेरा जिक्र था जो मेरी सदाओं में रहा

कितने लोगों से मेरे गहरे मरासिम हैं मगर
तेरा चेहरा ही फकत मेरी दुआओं में रहा

Hindi Shayri by mim Patel : 111495247

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