तेरी आंह पर हम उस गली से भी गुजरे
जहा से हमें ठुकराया गया था।
क्या पत्थर बरसे मुझ पर ?
नहीं फ़ूल। कुछ देर की खामोशी
चार लोग आते और कहते चल दिए।
राम नाम सत्य है।

Hindi Shayri by Raje. : 111493931

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