उनको कहना हे कुछ,पर कहे नही पाते,
और बोले बिना भी,वोह रहे नही पाते।
जाने कितना भरा हे उनके जहन में दर्द,
सब पचता तो हे लेकिन सहे नही पाते।

Dp,"प्रतिक"

Hindi Shayri by Dp, pratik : 111493811

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