आसपास सब था धुंधला धुआं धुआं
तुम आए तो सब उजला उजला हुआ
तुम्हारा पास आना है एक दुआ
सारा समां तुम्हारे आने से खुशनुमा हुआ
तुमने जो मुझे आहिस्ता से छुआ
हया से तन ये छुई मुई सा हुआ
नज़रों का नज़रों से जब मिलन हुआ
ये मन खिल कर ज़रा और युवा हुआ
:- भुवन पांडे
#युवा