शरीर को पाने की चाहत रखने वाले
कभी रूह तक नहीं पहुँच पाते।

-Ek Vichar ♥️

Hindi Shayri by Nisha Solanki : 111489486
Jay Makwana 4 years ago

🍃*अब प्रेम कहां है, "तो रुह तो रुह के सफ़र में है, "अब तो केवल शरीर का मोह है, *दोनों तरफ से।🕊️

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