कितनी खुशी
मिलती है हमें
जब हम
दूसरे को गलत साबित
करने में सफल होते हैं

तब लगता है
जैसे कोई किला
फतह कर लिया हो
और हमारा अहम तब
फूल कर
गुब्बारा हो जाता है

पर ज़रा सी कोई
बात चुभी नहीं कि
यह हवाई गुब्बारा
फूट पड़ता है
और फुस्स से सारी
अहमी हवा
काफूर हो जाती है

:- भुवन पांडे

#गलत

Hindi Poem by Bhuwan Pande : 111488729

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