गलत करो तुम तो कभी ना कभी तो दिखता है ,
इंसान...!अपनी गलती से ही सीख लेके सीखता है ।
ये अवनी सब तेरी तू इस भारत मा का ही बेटा है ,
तू "हृदय" उसका चीरता है तो उसको भी दुखता है ।
गलती पे गलती ...चाहे कितनी भी करलो चलता है ,
पर गलत मत करना, ऊपरवाले को सब दिखता है ।

" हृदय "

Hindi Poem by Jadeja Ravubha P : 111488547

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