गलत करो तुम तो कभी ना कभी तो दिखता है ,
इंसान...!अपनी गलती से ही सीख लेके सीखता है ।
ये अवनी सब तेरी तू इस भारत मा का ही बेटा है ,
तू "हृदय" उसका चीरता है तो उसको भी दुखता है ।
गलती पे गलती ...चाहे कितनी भी करलो चलता है ,
पर गलत मत करना, ऊपरवाले को सब दिखता है ।
" हृदय "