थाम के हाथ मेरा झटकना यूँ गलत है
करके मुझसे वादा भटकना यूँ गलत है
तुम ही हो समाई मेरी साँसों में इस तरह
अब नब्ज दबाना मेरा तेरा यूँ गलत है
#गलत

Hindi Shayri by राज कुमार कांदु : 111488434

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