#गलत
जिंदगी के सफर को कुच यूहीं समेट लेना
गलत है..
आप किसी एक की धड़कन में नहीं हर
किसी की धड़कन में बसे थे और कुच
खामोशी से यूं चले जाना गलत है..
एक सुंदर सा चेहरा और मधुर मिठिशी
मुस्कान के बीच में पवित्र रिश्ते में आता
हुआ एक "मानव"अगर आप जिंदा रहते
तो हमारे लिए इत पहचान भी काफी थी
पर बड़े पर्दे पर स्टार बनकर भी एकदम
से बिखर जाना बहुत गलत है..
इतनी ऊंचाइयों को छू गए थे आप जहां
हर किसी को पहुंचा भी मुमकिन नहीं था
आप एक होते हुए होकर भी अनेक हिस्सों
में मोहब्बत से बट गए थे जिंदगी जीने का
हर हुनर और जज्बा था आप में फिर भी
सबको छोड़कर चले जाना बहुत गलत है..
कुछ पाने की दौड़ में अक्सर इंसान अपने
आप से खो जाता है,तब उसको एक कंधे
और सहारे की जरूरत होती है तब शायद
किसी ने आपको अपना के भरोसा कुछ
वादे और तसल्ली जिंदगी जीने का एहसास
दिया होता तो आज शायद हम किसी को
आपको खोने का गम नहीं होता..
हे ईश्वर खामोश क्यों हो आप .. आसमान
अंधेरा दूर करने के लिए इतने सितारे क्या
कम थे ? आपने हमारा सितारा ही छीन
लिया..आपका इंसाफ भी कुछ सही नहीं
मेहनत और काबिलियत से सफल हुए
एक इंसान को आखिर इस दुनिया से
हमेशा के लिए अलविदा कर दिया..
जिंदगी के सफर को कुच यूहीं समेट लेना
गलत है..
Sunil Kumar Shah