वक़्त भी कैसा होता है
हमे लगता है हम गुज़ार रहे हैं
पर
सच तो ये है
वक़्त तो वहीं है
हम गुज़र जाते हैं

#सुशांतसिंहराजपुत
#दर्द

Hindi Tribute by सिद्धार्थ शुक्ला : 111487664
shekhar kharadi Idriya 4 years ago

यकीनन... सब वक्त खेल है, सब वक्त का बहाव है, सब वक्त की नज़ाकत क्योंकि जीवन में आज अंधियारा हो कल अवश्य उजियारा होगा, आज दुख का है तो कल सुख का भी उदय होगा, बस जीवन में धैर्य में भी जरूरी है क्योंकि आपकी जितनी प्रगति और उपलब्धिया होगी इतनी विरुद्ध में स्वार्थ धृणा, द्वेष कि भावना भी प्रतिद्वंद्वी के मस्तिष्क या मन में जन्म लेतीं है । इसलिए हमें वक्त के साथ कार्य पर ध्यान देना चाहिए ।।

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