तीक्ष्ण हैं नजरें और उष्ण है मन
तेरे इसी रूप के दीवाने हैं हम
चंदा चकोर सी है जोड़ी हमारी
तू है शमा तो परवाने हैं हम
#उष्ण

Hindi Shayri by राज कुमार कांदु : 111486229

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