विफलता इंसान से बहुत कुछ कहना चाहती पर शायद हम सफ़लता प्राप्ति की दौड़ में इस क़दर शामिल हैं कि विफलताओं पर ध्यान नही देते और सफ़लता नही प्राप्त कर पाते हैं।
अतः जब हम विफ़ल होते हैं तब विफलता हमसे कुछ कहना चाहती है कि हम कहाँ पर ग़लती कर रहें हैं और साथ मे उसका संक्षिप्त विवरण भी प्रस्तुत करती है ताकि हम पहले से बेहतर कार्य कर सके। आईए पढ़ते हैं की विफलता क्या कहना चाहती है।
विफ़लता कहती है कि भले ही आप मुझे आज कितना भी भला बुरा कहो पर मैं तब तक आपसे रूबरू होती रहूंगी जब तक आप मानसिक, सामाजिक, वा मानवी स्तर पर मजबूत नहीं हो जाते ताकि सफ़लता प्राप्त होने के बाद कभी मुझसे दुबारा रूबरू न होना पड़े।