सावन में झूला झूलते हुए एक लोकगीत गाया जाता था बचपन में...
उड़ी भंभीरी, मईया साउन आओ
भउजिक बापु लेवाऊन आओ
मरे मराये बद्धा लाओ
टूटी फाटी लढिया लाओ
जहु दहिचोदो कुछु न लाओ।
😂🤣

Hindi Folk by Siraj Ansari : 111482780

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