जग में आया तू भी में भी।
पर हाल अलग तेरे मेरे ।
क्यों तू सोचे, हम एक से अभी भी ?
अलग हे दुख ,तेरे मेरे।
तुम ना समाज पाया जीवन अर्थ भी,
हा! अलग सपने ,तेरे मेरे।
तू रुका है मोड़ पपूरानी पे
अब भी,
और मैं चल चला उन रहो पे
जो न जुजरे रास्तो से तेरे मेरे ।

#moveon

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