जानबूझ कर उनकी खुशी के लिऐ मूर्ख बन जाते है हम,
अपनी कामयाबी पर हँसती है वो मुस्कुराते फिर हम भी है
********कमलेश शर्मा "कमल" सिंहोर म प्र ********
#मूर्ख

Hindi Shayri by कमलेश शर्मा कमल सीहोर म.प्र : 111474307

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