दुनिया की महफ़िल सजीथी जिसमें मै सबसे आगे बढ़ चुका था , पर क्या बताऊं इन दुनिया वालों को की आगे बढ़ने के चक्कर में मै अंदर ही अंदर सड़ चूका था ।

Hindi Thought by Jayesh : 111473385

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